Holi Krishna bhajan-
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद किशोर।
घेर लई सब गली रंगीली, छाय रही छबि छटा छबीली,
जिन ढोल मृदंग बजाये हैं बंसी की घनघोर।
जुर मिल के सब सखियाँ आई, उमड घटा अंबर में छाई,
जिन अबीर गुलाल उडाये हैं, मारत भर भर झोर।
ले रहे चोट ग्वाल ढालन पे, केसर कीच मले गालन पे,
जिन हरियल बांस मंगाये हैं चलन लगे चहुँ ओर।
भई अबीर घोर अंधियारी, दीखत नही कोऊ नर और नारी,
जिन राधे सेन चलाये हैं, पकडे माखन चोर।
जो लाला घर जानो चाहो, तो होरी को फगुवा लाओ,
जिन श्याम सखा बुलाए हैं, बांटत भर भर झोर ।
राधे जू के हा हा खाओ, सब सखियन के घर पहुँचाओ,
जिन कबीरा पद गाए हैं, लगी श्याम संग डोर।
Hindi Krishna bhajan-
aaj brij mein hori re rasiyaa,
hori re hori re barjori re rasiya.
आज बिरज में होरी रे रसिया,
आज बिरज में होरी रे रसिया।
होरी रे होरी रे बरजोरी रे रसिया।
घर घर से ब्रज बनिता आई,
कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया।
आज बिरज में होरी रे रसीया
इत तें आये कुंवर कन्हाई,
उत तें आईं राधा गोरी रे रसिया।
आज बिरज मे होरी रे रसिया।
कोई लावे चोवा कोई लावे चंदन,
कोई मले मुख रोरी रे रसिया ।
आज बिरज में होरी रे रसिया,
उडत गुलाल लाल भये बदरा,
मारत भर भर झोरी रे रसिया ।
आज बिरज में होरी रे रसिया।
चन्द्रसखी भज बाल कृष्ण प्रभु,
चिर जीवो यह जोडी रे रसिया ।
आज बिरज में होरी रे रसिया।
होरी रे होरी रे बरजोरी रे रसिया।
जय जय श्री राधे कृष्णा
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